मिर्जापुर जिले के लालगंज थाना क्षेत्र के कलवारी कला गांव में कुंए की सफाई करते समय पिता-पुत्र समेत चार लोगों की कूएं में उतरे लोगों को बचाने में एक-एक कर जहरीली गैस के कारण दम घुटने से मौत हो गयी। इसकी
जानकारी होते ही गांव में कोहराम मच गया। मौके पर बड़ी संख्या में लोग जुट गए। तब ग्रामीणों ने कुंए में पानी छोड़ने के बाद किसी तरह चारों व्यक्तियों का शव बाहर निकाला।
भतीजे के साथ कूएं में उतरे थे भोला पटेल
कलवारी कला गांव निवासी भोला पटेल(45) के घर के सामने लगभग 90 फीट गहरा और 30 फीट व्यास का कुंआ स्थित है। उसी कुंए में सिंचाई के लिए पम्पिंग सेट भी लगा रखा है। बुधवार को दोपहर जब कुंए में झांक कर देखा तो कई कबूतर मृत अवस्था में पानी में उतराए हुए थे। भोला पटेल अपने भतीजे अशोक पटेल(42) को साथ लेकर कुंए के पास पहुंचे और रस्सी खम्भे में बांध कर नीचे उतरने लगे। इस दौरान भोला के हाथ से रस्सी छूट गयी और वे कुंए में गिर गए। यह देख भतीजा अशोक भोला के पुत्र राहुल(20) को इसकी जानकारी देने के साथ ही खुद मदद के लिए कुंए में जब उतरने लगा तो उसका भी दम घुट गया और वह भी पानी में गिर गया पिता और चचेरे भाई को कुंए में गिरा देख राहुल(20) भी मदद के लिए रस्सी के सहारे उतरने लगा तो कुछ दूर जाने के बाद वह भी कुंए में गिर गया। तब तक मौके पर आसपास के लोगों की भारी भीड़ जुट गयी थी। पूरे गांव में कोहराम मच गया था। मौके पर पहुंचे पड़ोसी नियाज(30) भी हिम्मत दिखाते हुए तीनों को कुंए से बाहर लाने के लिए जब कुंए में उतरा तो वह भी काफी देर बाद भी बाहर नहीं निकला तो ग्रामीणों की बेचैनी बढ़ गयी।
कूएं में पानी डाल कर गैस समाप्त, कर निकाला शव
किसी ने कुंए में जहरीली गैस होने की आशंका जतायी। तब ग्रामीणों ने बाहर से कुंए में पानी डालने लगे। कुछ देर बाद जब गैस समाप्त हो गयी तब ग्रामीण हिम्मत कर कुंए में रस्सी के सहारे उतर कर एक-एक कर चारों व्यक्तियों के शव को बाहर निकालने में सफल हुए। तब तक मौके पर पुलिस पहुंच गयी। पुलिस सभी शवों को लेकर मण्डलीय अस्पताल पहुंची। चिकित्सकों ने चारों को मृत घोषित कर दिए। पुलिस शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।

लालगंज के लिए काला साबित हुआ गुरुवार
स्थानीय तहसील प्रशासन के लिए गुरुवार का दिन काला साबित हुआ। तेज बरसात से जहां पहाड़ी नदी में आए उफान से तहसील कार्यालय समेत कई गांवों में पानी घुस गया। यहीं नहीं तहसील क्षेत्र के कामापुर लेहड़िया गांव में कर्णावती नदी में आए बाढ़ के पानी के तेज बहाव में एक ही परिवार के छह व्यक्तियों समेत सात लोग बह गए। इन घटनाओं से जहां लोग मर्माहत है वहीं प्रशासन की फजीहत हो रही है। दैविय आपदाओं ने तहसील क्षेत्र के लोगों पर मानों पहाड़ बन कर टूट पड़ा है। तहसील क्षेत्र के अलग-अलग गांवों में गुरुवार को छह लोगों की मौत हो गयी। यह खबर पूरे जिले जंगल में आग की तरह फैल गयी। पूरे दिन लोगों की जुबान पर वश यहीं रहा कि ईश्वर ने पीड़ित परिवारों पर गजब ढा दिया है। पीड़ित परिवारों का जहां बुराहाल रहा, वहीं राजापुर के पड़ोसी गांव कलवारी कलां व कामापुर लेहड़िया गांव में लोगों के घरों में चूल्हे नहीं जले। मौसम की पहली बरसात में ही इस तरह की दैविय आपदा आ जाएगी इसकी लोगों को जरा सी भी आशंका नहीं थी।
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