Wednesday, 12 July 2017

समाजवादी पार्टी के जमालपुर प्रमुख के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पास हाे गया, विपक्ष में 86 बीडीसी


















मिर्जापुर।  जमालपुर ब्लाक प्रमुख संजय सोनकर के खिलाफ लाया गया अविश्वास प्रस्ताव बुधवार को ब्लाक सभागार में कराए गए मतदान में पास हो गया। ब्लाक के 120 बीडीसी में से 86 ने प्रमुख के विरोध में वोट डाला। प्रमुख के पक्ष में मात्र 11 सदस्य ही मतदान किए। 23 सदस्यों ने पक्ष विपक्ष कहीं मतदान नहीं किया। अविश्वास प्रस्ताव की निगरानी के लिए डीएम ने नोडल अधिकार बनाए गए डिप्टी कलेक्टर लल्लन राम की देखरेख में प्रक्रिया पूरी हुई।


अधिकांश बीडीसी थे प्रमुख संजय से थे नाराज 
ब्लाक के 120 बीडीसी सदस्यों में अधिकांश प्रमुख संजय सोनकर से नाराज हो गये थे। देवरिल्ला के बीडीसी सदस्य व संजय सोनकर से प्रमुख के चुनाव में मात्र दो मतों से पराजित अमित कुमार ने इसका लाभ लेते हुए बीते माह डीएम को शपथ पत्र सौंपकर अविश्वास जताया था। सदस्यों ने प्रमुख पर लगभग एक वर्ष से बैठक कराए बगैर ही विकास कार्य कराने का भी आरोप लगाया था। डीएम ने इस संबंध में डीपीआरओ बालेशधर द्विवेदी को अविश्वास प्रस्ताव के सम्बध में निर्णय लेने के सम्बध में निर्देश दे दिए। डीपीआरओ ने अविश्वास प्रस्ताव पर विचार के लिए 12 जुलाई की तिथि तय कर दी थी।





















बैठक के बाद लाया अविश्वास प्रस्ताव
 डीएम की तरफ से नामित नोडल अफसर लल्लन राम व बीडीओ सुबह नौ बजे ही ब्लाक कार्यालय पहुंच गए। इसके बाद ब्लाक प्रमुख संजय सोनकर व उनके विरोधी अमित कुमार भी अपने समर्थक बीडीसी सदस्यों के साथ पहुंचे। ब्लाक सभागार में बैठक के बाद अविश्वास प्रस्ताव लाया गया। प्रस्ताव पर मामूली चर्चा के बाद मतदान कराया गया। प्रमुख के खिलाफ 86 व पक्ष में मात्र 11 मत पड़े। वहीं 23 बीडीसी सदस्यों ने मतदान प्रक्रिया में भाग ही नहीं लिया। मतगणना के बाद नोडल अधिकारी लल्लन राम ने परिणाम घोषित किया।बताया कि विश्वास मत हासिल करने में संजय फेल हो गए।



समाजवादी पार्टी को लगा झटका 
बीते पंचायत चुनाव के दौरान समाजवादी पार्टी ने जिले के 12 ब्लाकों में ब्लाक प्रमुख पद पर अपने समर्थकों के चुने जाने का ऐलान किया था। सूबे में सपा की सरकार होने के कारण प्रमुख का चुनाव सभी प्रत्याशी आसानी से जीत गए थे। सूबे में सत्ता परिवर्तन के बाद प्रमुखों के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। इसमें जमालपुर ब्लाक पहले स्थान पर रहा। जमालपुर की तरह अभी कुछ और ब्लाकों के प्रमुखों के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव की तैयारी चल रही है। 

जहां जल गया ट्रांसफार्मर, कट गयी लाइट नहीं राजगिर के साथ करंट लगने से उसके पत्नी की भी होती मौत


मिर्जापुर। देहात कोतवाली के चेरूईराम गांव में मंगलवार की रात मोबाइल का चार्जर लगाते समय करंट लगने से राजगीर की मौत हो गयी। जिस दौरान राजगीर करंट की चपेट में आया था। उस दौरान उसे बचाने में उसकी पत्नी भी करंट कर चपेट में आ गयी थी, उसी दौरान ट्रांसफार्मर जलने से बिजली कट गयी और पत्नी की जान बच गयी।


सही समय पर जला ट्रांसफार्मर 
गांव का 45 वर्षीय रामजी राजगीर था। मंगलवार की रात आठ बजे मोबाइल का चार्जर प्लग में लगा रहा था। चार्जर लगाते समय वह करंट की चपेट में आ गया। उसकी चीख सुन उसकी पत्नी उसे बचाने गयी तो वह भी करंट की चपेट में आ गयी। इस दौरान गांव में लगा ट्रांसफार्मर जल गया। ट्रांसफार्मर जलने से बिजली कट गयी और उसकी पत्नी करंट लगने से बच गयी। गंभीर रूप से झुलसे रामजी को उसके परिजन मंडलीय अस्पताल लेकर आ रहे थे कि रास्ते में ही उसने दम तोड़ दिया। बुधवार को शव का पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को सौंपा गया।

ससुराल आये युवक ने नशे में शरहज से की छेडखानी तो साले ने उतार दिया मौत के घाट
















मिर्जापुर। विंध्याचल थाना क्षेत्र के बंगाली तिराहा स्थित ससुराल में पांच जुलाई की सुबह मृत अवस्था में मिले युवक के हत्या मामले में पुलिस अधीक्षक आशीष तिवारी ने बुधवार मनोरंजन कक्ष में खुलासा कर दिया। शराब के नशे में शरहज से छेडखानी करने पर आक्रोशित साले ने ससुर व ममिया ससुर के साथ मिलकर लाठी से पीटकर दामाद मनोज को मौत के घाट उतार दिया था।  विंध्याचल पुलिस ने रेलवे स्टेशन विंध्याचल से हत्यारोपी साले गुलाब को गिरफ्तार कर लिया। गुलाब ने जुर्म स्वीकार करते हुए हत्या का कारण बताया।


पत्नी से मिलने आया था ससुराल
इलाहाबाद जिले के हंडिया निवासी मनोज धरकार की शादी विंध्याचल थाना क्षेत्र के बंगाली तिराहा के पास हुयी थी। शरााब के नशे में वह पत्नी के साथ दुर्व्यवहार  करता था। इस कारण ससुराल वालो से विवाद चल रहा था। विवाद के चलते पत्नी चंदा मायके चली आयी। तीन जुलाई को पत्नी और बच्चो से मिलने के लिए मनोज रात 11 बजे ससुराल आया। पांच जुलाई की सुबह अंडरवीयर में उसका शव घर के बाहर मिला था।


शरहज से कर रहा था छेडखानी
चार जुलाई की रात नशे में मनोज अपनी शरहज के साथ छेडखानी करने लगा। यह देख उसके साले गुलाब ने ससुर शंकर लाल और ममिया ससुर अशोक के साथ मिलकर उसकी हत्‍या की प्‍लानिंग की। रात में उसके सिर में लाठी से वार कर उसे मौत के घाट उतार दिया। इसके बाद उसके शव को घर के बाहर फेंक दिया। जिससे लगे कि छत से गिरने के कारण उसकी मौत हुयी है।


ससुर व ममिया ससुर है फरार
पांच जुलाई की सुबह मनोज शव घर के बाहर अंडरवीयर में मिला। पोस्टमार्टम के बाद मृतक के बहनोई चील्ह थाना क्षेत्र के मवैया निवासी पप्पु ने मनोज के साले गुलाब, ससुर शंकर लाल व ममिया ससुर  अशोक निवासी जफीराबाद गोपीगंज भदोही के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कराया। पुलिस छानाबीन में जुटी थी। गुलाब पकडा गया। बाकी दो की तलाश में पुलिस जुटी है।


बालिका से मिला सुराग
विंध्याचल थाना प्रभारी अजय श्रीवास्तव ने मुकदमा दर्ज करने के बाद छानबीन शुरु की। थाना प्रभारी ने   घर के एक बालिका से बात किया तो पति-पत्नी के बीच विवाद की बात पता चली। इसके बाद पुलिस ने अहम अहम जानकारी इकटठा की। मुखबिर की सूचना पर पुलिस नें बुधवार की सुबह पांच बजे विंध्याचल रेलवे स्टेशन पर भागने की फिराक में हत्यारोपित साले गुलाब को गिरफ्तार कर लिया। गुलाब  की निशानदेही पर पुलिस ने हत्या में प्रयुक्त लाठी भी बरामद कर लिया। पूछताछ में गुलाब ने सारी बात बताते  हुए जुर्म स्वीकार किया। पुलिस फरार चल रहे आरोपित ससुर शंकर और ममिया ससुर की तलाश में जुटी है।

एक ही लडकी से दोनो मित्रो को था मोहब्बत, इसलिए उसने अपने मित्र की हत्या कर शव नहर में फेंक दिया था

मिर्जापुर।   जिले के लालगंज थाना क्षेत्र के पचोखर गांव की एक लडकी से दो मित्रो को इश्क हो गया था। अपना रास्‍ता साफ करने के लिए युवक ने अप...