मिर्ज़ापुर। जिले के कछवा थाना क्षेत्र के कोहड़िया गांव में बदमाशों ने रविवार को पेट्रोल पम्प के मैनेजर और सेल्समैन की गला रेतकर हत्या कर लगभग चार लाख रुपये लूट ले गए। दोनों इसी थाना क्षेत्र के दामोदरपुर गांव के निवासी थे। सुबह पम्प पर पहुंचे लोगों ने घटना की जानकारी पुलिस को दी। मामले की जानकारी होते ही एसपी आशीष तिवारी फोर्स के साथ मौके पर पहुंच कर पड़ताल में जुट गए। एसपी का कहना है कि बदमाशों ने 1.90 लाख रुपये लूटा है। वहीं पम्प मालिक ने चार लाख रुपये लूटे जाने का दावा किया है। एसपी ने बदमाशों की शीघ्र गिरफ्तारी का दावा किया है।
कैश काउंटर के अंदर जमीन पर पडा था शव
कछवां-राजा तालाब मार्ग पर कोहड़िया गांव में रंजन फिलिंग स्टेशन के नाम से पेट्रोल पम्प है। पम्प इलाहाबाद के हंडिया निवासी रंजन सिंह का है। पम्प से पांच किमी दूर दामोदरपुर गांव निवासी 23 वर्षीय किशुन गोंड़ पुत्र राममूरत मैनेजर और 20 वर्षीय राहुल पुत्र हीरालाल प्रजापति सेल्समैन का कार्य करते थे। पम्प चौबीस घंटे खुला रहता है। खेती का काम शुरू होने के कारण सुबह पंप पर पहुंचे ग्राहकों ने सन्नाटा देख पहले आवाज लगाया, जब कोई नहीं दिखा तब कैश काउंटर की ओर गए तो दरवाजा खुला था और दोनों कर्मचारियों का शव जमीन पर पड़ा था। यह खबर पूरे इलाके में जंगल में आग की तरह फैल गई। कुछ ही देर में कछवां थाना प्रभारी फोर्स के साथ पहुंच गए। मौके पर आस पास के ग्रामीणों की भीड़ जुट गई। मुख्यालय से डॉग स्क्वाड टीम भी मौके पर पहुंच गई। साढ़े आठ बजे तक एसपी आशीष तिवारी भी पहुंच गए। उन्होंने भी घटना स्थल का जायजा लिया और लोगों को समझाया। उन्होने बताया कि बदमाशों ने दोनों कर्मियों की हत्या कर 1.90 लाख रुपये लूट ले गए है। वहीं पम्प मालिक का कहना था कि शनिवार और रविवार के सेल का लगभग चार लाख रुपये था। दो दिन बैंक बंद होने के कारण जमा नहीं किया जा सका था। उसे बदमाश लूट ले गए। मृतकों के परिजनों ने अज्ञात बदमाशों के खिलाफ हत्या व
पम्प मालिक ने लूट की रपट कछवां थाने में दर्ज करा दी।
सीसीटीव कैमरा निकाल कर की घटना
पेट्रोल पंप मैनेजर और सेल्समैन की हत्या सुनियोजित तरीके से हुई है। पम्प पर लगे सीसीटीवी कैमरे को निकालने के बाद घटना की गई है। जांच में पाया गया कि सीसीटीवी कैमरे का तार निकला हुआ था और कम्प्यूटर गायब है। इसलिए ऐसा लग रहा है घटना पेशेवर बदमाशों ने की है। उन्हें सीसीटीवी कैमरे को डिसकनेक्ट करने की जानकारी रही होगी। इसलिए पुलिस घटना के हर पहलू को ध्यान में रखकर जांच कर रही है।
कछवां-राजा तालाब मार्ग पर कोहड़िया गांव में रंजन फिलिंग स्टेशन के नाम से पेट्रोल पम्प है। पम्प इलाहाबाद के हंडिया निवासी रंजन सिंह का है। पम्प से पांच किमी दूर दामोदरपुर गांव निवासी 23 वर्षीय किशुन गोंड़ पुत्र राममूरत मैनेजर और 20 वर्षीय राहुल पुत्र हीरालाल प्रजापति सेल्समैन का कार्य करते थे। पम्प चौबीस घंटे खुला रहता है। खेती का काम शुरू होने के कारण सुबह पंप पर पहुंचे ग्राहकों ने सन्नाटा देख पहले आवाज लगाया, जब कोई नहीं दिखा तब कैश काउंटर की ओर गए तो दरवाजा खुला था और दोनों कर्मचारियों का शव जमीन पर पड़ा था। यह खबर पूरे इलाके में जंगल में आग की तरह फैल गई। कुछ ही देर में कछवां थाना प्रभारी फोर्स के साथ पहुंच गए। मौके पर आस पास के ग्रामीणों की भीड़ जुट गई। मुख्यालय से डॉग स्क्वाड टीम भी मौके पर पहुंच गई। साढ़े आठ बजे तक एसपी आशीष तिवारी भी पहुंच गए। उन्होंने भी घटना स्थल का जायजा लिया और लोगों को समझाया। उन्होने बताया कि बदमाशों ने दोनों कर्मियों की हत्या कर 1.90 लाख रुपये लूट ले गए है। वहीं पम्प मालिक का कहना था कि शनिवार और रविवार के सेल का लगभग चार लाख रुपये था। दो दिन बैंक बंद होने के कारण जमा नहीं किया जा सका था। उसे बदमाश लूट ले गए। मृतकों के परिजनों ने अज्ञात बदमाशों के खिलाफ हत्या व
पम्प मालिक ने लूट की रपट कछवां थाने में दर्ज करा दी।
सीसीटीव कैमरा निकाल कर की घटना
पेट्रोल पंप मैनेजर और सेल्समैन की हत्या सुनियोजित तरीके से हुई है। पम्प पर लगे सीसीटीवी कैमरे को निकालने के बाद घटना की गई है। जांच में पाया गया कि सीसीटीवी कैमरे का तार निकला हुआ था और कम्प्यूटर गायब है। इसलिए ऐसा लग रहा है घटना पेशेवर बदमाशों ने की है। उन्हें सीसीटीवी कैमरे को डिसकनेक्ट करने की जानकारी रही होगी। इसलिए पुलिस घटना के हर पहलू को ध्यान में रखकर जांच कर रही है।
एसपी और पूर्व प्रमुख के आश्वासन पर सौंपा शव
इस घटना के बाद मौके पर जुटे आसपास के ग्रामीणों की भीड़ और परिजनों ने दोनों कर्मचारियों के शव को नहीं उठने दे रहे थे। भीड़ का कहना था कि मुवावजे की घोषणा होने के बाद ही शव उठेगा। एसपी ने माइक पर ग्रामीणों को भरोसा दिलाया कि उनको एक लाख रुपये मुआवजा व एक-एक आवास दिलाया जाएगा। यहं नहीं हत्यारों की जल्द गिरफ्तारी भी की जाएगी। फिर भी ग्रामीण शव को नहीं उठाने दे रहे थे, तब पूर्व प्रमुख अखिलेश सिंह उर्फ लाखन सिंह ने ग्रामीणों से अनुरोध किया कि यदि प्रशासन अपना वायदा पूरा नहीं करेगा तोहम खुद इस मामले को लेकर आंदोलन करेगे। तब दो घंटे बाद शव को पुलिस ने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा।
डेढ़ घंटे बाद चक्का जाम समाप्त
दोहरे हत्या कांड के बाद मौके पर जुटी भीड़ ने डेढ़ घंटे तक कछवां-राजातालाब मार्ग पर चक्का जाम किया। भीड़ मुवावजे के घोषणा की मांग कर रही थी। पम्प संचालक रंजन कुमार सिंह के मौके पर पहुंच कर दोनो कर्मचारियों के परिजनों को एक एक लाख रुपए देने की घोषणा किए। एसपी आशीष तिवारी ने भी दो दो लाख रुपए दिलाने की घोषणा की। इसके बाद सुबह दस बजे चक्का जाम समाप्त हुआ और शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया।
कछवां इलाके में ताबड़तोड़ घटनाओं से लोग दहशत में
इस घटना के बाद मौके पर जुटे आसपास के ग्रामीणों की भीड़ और परिजनों ने दोनों कर्मचारियों के शव को नहीं उठने दे रहे थे। भीड़ का कहना था कि मुवावजे की घोषणा होने के बाद ही शव उठेगा। एसपी ने माइक पर ग्रामीणों को भरोसा दिलाया कि उनको एक लाख रुपये मुआवजा व एक-एक आवास दिलाया जाएगा। यहं नहीं हत्यारों की जल्द गिरफ्तारी भी की जाएगी। फिर भी ग्रामीण शव को नहीं उठाने दे रहे थे, तब पूर्व प्रमुख अखिलेश सिंह उर्फ लाखन सिंह ने ग्रामीणों से अनुरोध किया कि यदि प्रशासन अपना वायदा पूरा नहीं करेगा तोहम खुद इस मामले को लेकर आंदोलन करेगे। तब दो घंटे बाद शव को पुलिस ने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा।
डेढ़ घंटे बाद चक्का जाम समाप्त
दोहरे हत्या कांड के बाद मौके पर जुटी भीड़ ने डेढ़ घंटे तक कछवां-राजातालाब मार्ग पर चक्का जाम किया। भीड़ मुवावजे के घोषणा की मांग कर रही थी। पम्प संचालक रंजन कुमार सिंह के मौके पर पहुंच कर दोनो कर्मचारियों के परिजनों को एक एक लाख रुपए देने की घोषणा किए। एसपी आशीष तिवारी ने भी दो दो लाख रुपए दिलाने की घोषणा की। इसके बाद सुबह दस बजे चक्का जाम समाप्त हुआ और शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया।
कछवां इलाके में ताबड़तोड़ घटनाओं से लोग दहशत में
कछवां थाना क्षेत्र के अलग अलग स्थानों पर हो रही ताबड़तोड़ हत्या कीघटनाओं से लोगों में दहशत व्याप्त है। रविवार को भी भीड़ ने इसी थाना के खैरा पाहो बाजार में पुलिस पर हमला कर दिया था। यहां भी बीते शुक्रवार की शाम को सरे राह युवक की गोली मारकर हत्या किए जाने का विरोध हो रहा था। भीड़ को शांत कराने पहुंची पुलिस टीम पर आक्रोशित ग्रामीणों ने लाठी, डंडे और पत्थर से हमला कर दिए थे। हमले में थानाध्यक्ष विश्व ज्योति राय सहित छह पुलिस कर्मी घायल हो गए थे। उस घटना का पुलिस खुलासा कर ही नहीं पाई कि डबल मर्डर हो गया। थाना में बतौर प्रभारी 15 दिन पहले तैनाती पाने वाले दरोगा का घटनाओं ने पीछा करना शुरू कर दिया है। इससे पुलिस के साथ ही इलाके के लोग भी असुरक्षा महसूस कर रहे हैं। अब पुलिस के सामने दो बड़ी घटनाओं के खुलासे की चुनौती है।
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