मिर्जापुर। विंढम, खडंजा व अन्य फाल पर सैलानी मस्ती नहीं कर पायेंगे। देहात कोतवाली के विंढम और खड़ंजा फाल पर रविवार को हुए हादसे में पांच लोगों के लापता होने के बाद तीसरे दिन मंगलवार को जिला प्रशासन भी जाग गया है। प्रशासन ने सख्त रूख अपनाते हुए जिले के सभी पर्यटन स्थलो पर सैलानियों के प्रवेश पर रोक लगा दी है। साथ ही इन स्थानो पर सुरक्षा व्यवस्था पुख्ता करने का निर्देश दिया है।
विंढम व खंडजा में बह गये थे पांच सैलानी
रविवार को विंढम और खड़ंजा फाल में अचानक पानी बढ़ने से सैकड़ो लोग बह गये थे। इसमें अधिकांश को बचा लिया गया। पर विंढम में एक और खड़ंजा फाल में चार युवक लापता हो गये। अब तक चार के शव बरामद हो चुके है। इससे पहले भी इन फालो के अलावा सिद्धनाथ की दरी, चुना दरी आदि पर्यटन स्थलो पर सैलानियों के डूबने की घटनाये हो चुकी है।
डीएम व एसपी पहुंचे विंढमफाल
रविवाद के हादसे के तीन दिन बितने के बाद प्रशासन ने तेजी दिखाते हुए सख्त रूख अख्तियार किया है। जिलाधिकारी बिमल कुमार दुबे और पुलिस अधीक्षक आशीष तिवारी ने विढंमफाल का निरीक्षण किया। इस दौरान दोनों अधिकारियों ने इन स्थानो पर सुरक्षा व्यवस्था के बारे में जानकारी इकट्ठा की। फालो पर सुरक्षा के बेहतर इंतजाम न होने और बरसात के मौसम के मौसम में घटना होने की आशंका के मद्देनजर पर्यटन स्थलो पर सैलानियों के आवागमन पर रोक लगा दी है। जिलाधिकारी ने पर्यटन स्थलो पर सैलानियों को आने से रोकने के लिएौरिकेडिंग लगाने का निर्देश दिया। इसके साथ ही फालो पर नेट लगाने का निर्देश दिया।
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